पंजाब: मुख्यमंत्री आवास का घेराव

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चार वाम दलों के विभिन्न राज्य समितियों के 101 सदस्यों ने 8 जुलाई को पंजाब के मुख्यमंत्री श्री प्रकाश सिंह बादल के आवास का घेराव कर धरना करने की घोषणा की है। यह घेराव मुख्यमंत्री का ध्यान, आवासहीन लोगो के लिए ज़मीन, 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून से छेड़छाड़ के विरोध, श्रम कानून में बदलाव, स्वामिनाथन समिति के सुझावों को लागु करने, एफसीआई को बचाने आदि के मुद्दों पर खीचने के लिए किया जायेगा।

यह फैसला चार वाम दलों की मीटिंग में लिया गया जिसमे सीपीआई, सीपीआई(एम) सीपीएम पंजाब और सीपीआई(एमएल) शामिल हैं। यह मीटिंग पीपल्स कन्वेंशन सेंटर में की गई और इसकी अध्यक्षता कामरेड चरण सिंह विर्दी ने की। राज्य नेताओं के धरने के बाद ही 20 जुलाई को जिला स्तर पर धरना, 10 अगस्त को बरनाला, 17 अगस्त को अमृतसर और 20 अगस्त को जालंधर में रीजनल कन्वेंशन आयोजित किए जायेंगे। साथ ही वाम दलों ने 11 केन्द्रीय ट्रेड यूनियनओ द्वारा 2 सितम्बर को घोषित किए गए अखिल भारतीय बंद का भी समर्थन करते हुए कार्यकर्ताओं और जनता से इसमें भाग लेने की अपील की।
 
इस मीटिंग ने पंजाब सरकार की जनविरोधी नीतियों की निंदा की और साथ ही कॉर्पोरेट हित में काम करने वाली सरकार को चेतावनी दी । साथ ही साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देकर विभाजक राजनीति करने के लिए भी वामदलों ने सरकार को आड़े हांथों लिया।
वामदलों ने राज्य में फैले हुए सैंड माफिया, ड्रग और परिवहन माफिया आदि के ऊपर कार्यवाही की मांग करते हुए सरकार से जनता को इस लूट से बचाने की मांग की।
इस मीटिंग में सीपीआई की तरफ से डॉ. जोगिन्दर दयाल, हरदेव अर्शी, भूपिंदर संबर, बंत सिंह ब्रार, निर्मल सिंह धालीवाल, गुरनाम कँवर, सीपीआई(एम) की तरफ से चरण सिंह विर्दी, विजय मिश्रा, रघुनाथ सिंह, सीपीएम पंजाब की तरफ से मंगत सिंह पासला, इंदरजीत सिंह ग्रेवाल और सीपीआई(एमएल) लिबरेशन की तरफ से गुरमीत सिंह बख्तुपुरा और राजविंदर सिंह राणा ने हिस्सा लिया।