पूरे राज्य में मुकम्मिल रहा मध्यप्रदेश बंद - बादल सरोज

पूरे राज्य में मुकम्मिल रहा मध्यप्रदेश बंद 
भोपाल में अगुआई करने पहुँची सुभाषिनी अली सहगल 
 
वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने  प्रदेश भर में रैलियां और जत्थे निकाल कर व्यापमं और उससे जुडी मौतों के खिलाफ मध्यप्रदेश बंद के आव्हान को पूरी तरह से कामयाब बनाया। 
सीपीआई(एम), सीपीआई, एसयूसीआइ(सी) और सीपीआई(माले) के आव्हान पर बंद का नारा आजाद भारत के इस सबसे बड़े घोटाले को दबाये जाने की कोशिशों के खिलाफ दिया गया था।  
भोपाल में वामपंथी दलों के जलूस की अगुआई सीपीआई(एम) की पोलिट ब्यूरो की सदस्या एवं पूर्व सांसद सुभाषिनी अली  की।  तीन वामपंथी पार्टियों के राज्यस्तरीय नेता भी इसमें शरीक हुए। 
पुराने भोपाल में निकाली इस रैली को इतवारा  चौक में सम्बोधित करते हुए सुभाषिनी अली सहगल ने कहा कि कोई भी निष्पक्ष जांच तब तक संभव नहीं है जब तक कि घोटाले के मुख्य केंद्र रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस्तीफा नहीं दे देते। उन्होंने राज्यपाल के इस्तीफे की भी मांग की। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने अनेकों घोटाले करके देश के खजाने को नुक्सान पहुंचाया था - मगर भाजपा ने तो करोड़ों बच्चों के भविष्य को ही बेच खाया है। उन्होंने सीबीआई जांच की निगरानी सुप्रीम कोर्ट से कराने की भी मांग की। 
सुभाषिनी ने कहा कि चुनावपूर्व दिए गए नरेंद्र मोदी के नारे "न खाएंगे-न खाने देंगे" को सुनने में कुछ चूक हुयी थी।  असल में उनका नारा था कि "हम खाएंगे-जनता को खाना भी नहीं खाने देंगे" यही वजह है कि एक साल में ही शिवराज सिंह, वसुंधरा राजे, रमन सिंह और सुषमा स्वराज जैसे न जाने कितने घोटाले  गए।  जबकि मंहगाई रुकी नहीं।  मूल्य बढ़ते गए और जनता की थाली सिकुड़ती गयी।  इसीलिए यह सिर्फ व्यापमं का सवाल नहीं है - जनता के जीवन अधिकार को बचाने की प्रश्न है। 
साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित कवि राजेश जोशी, उर्दू समालोचक डॉ आफ़ाक़ अहमद, मकबूल शायर अनवारे इस्लाम, साहित्यकार रामप्रकाश त्रिपाठी, कहानीकार एवं चित्रकार मनोज कुलकर्णी सहित अनेक बुद्दिजीवियों ने भी इस कार्यवाही में भाग लिया।  उनकी ओर से बोलते हुए आफ़ाक़ अहमद साब ने कहा कि  शिक्षक के नाते उन्हें बहुत तकलीफ होती है कि कुछ भ्रष्ट लोगों की कारगुजारियों के चलते डेढ हजार बच्चे बच्चियां जेल में है।  उन्होंने इस पूरे मामले को कलंकपूर्ण बताया।  
सभा को सीपीआई(एम) राज्य सचिव बादल सरोज, एसयूसीआइ(सी) राज्य सचिव प्रताप सामल, सीपीआई राज्य सचिव मंडल सदस्य रूपसिंह चौहान  सम्बोधित किया।  संचालन माकपा जिला सचिव पूषण भट्टाचार्य ने तथा आभार प्रदर्शन सीपीआई जिला सचिव शैलेन्द्र कुमार शैली ने किया।   
जलूस में काफी संख्या में महिलायें भी शामिल हुयी।  वे जहां से भी गुजरे राह चलते नागरिको तक ने उनकी लड़ाई के प्रति समर्थन व्यक्त किया। 
इसी तरह की कामयाबी की खबरें प्रदेश भर प्रदेश भर से आना जारी हैं ।