कोने कोने तक पहुंचा एलडीएफ का चुनाव अभियान

केरल के अरुविक्करा में हो रहे त्रिकोणीय मुकाबले में उप चुनाव के अभियान के अंतिम चरण में पहुँचते ही एलडीएफ के उम्मीदवार, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और मंत्री एम. विजयकुमार को समाज के हर कोने और वर्ग से भारी समर्थन मिल रहा है ।
 
अरुविक्करा विधानसभा क्षेत्र में जो की पहले आर्यनाड के नाम से जाना जाता था, 1991 से ही कांग्रेस नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष जी कार्थीकेयन चुनाव जीत रहे थे । हाल ही में उनकी मृत्यु के बाद उप चुनावों के लिए कांग्रेस नें उनके 33 वर्षीय पुत्र के.एस. सबरीनाथ को सहनभूति जीतने की उम्मीद से चुनाव मैदान में उतारा है । वहीँ भाजपा ने  अस्सी वर्षीय पूर्व रेल राज्य मंत्री ओ राजगोपाल को मैदान में उतारा है जिनका चुनाव हारना तय है । भाजपा ने इन्हें हर लोक सभा एवं विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है ।  
 
एक तरफ एलडीएफ सोलर और बार ब्राइब घोटाले में फंसी’ यूडीएफ को निशाना बनाते हुए राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार को चुनाव मुद्दा बना रही है वहीँ यूडीएफ चार साल पुरानी सरकार की जनहित नीतियों पर वोट मांग रही है । पर इस दावें का खंडन क्षेत्र में रह रहे आदिवासियों की बद्तर हालात को देख कर किया जा सकता है । क्षेत्र में खस्ताहाल सड़कें, रबड़ उत्पादकों और मजदूरों की ख़राब आर्थिक स्थिति और पीने के पानी की कमी होने कारण यूडीएफ कमज़ोर स्थिति में है ।
एलडीएफ के उम्मीदवार विजयकुमार का इस क्षेत्र से होना तथा समाज के हर वर्ग से उनके जुड़ाव ने एलडीएफ को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया है । विजयकुमार पूर्व खेल, सामाजिक कार्य मंत्री रह चुके हैं तथा वर्तमान में सीपीआई(एम) के राज्य समिति के सदस्य हैं ।
 
वैसे तो कार्थीकेयन पिछले चुनावों में आरएसपी के उम्मीदवार को 10,000 से अधिक मतों से हराकर विजयी हुए थे पर 2014 लोक सभा चुनावों में एलडीएफ का प्रदर्शन उत्साहवर्धक था । अत्तिनगल लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले इस इलाके में एलडीएफ के नेता और वर्तमान सांसद ए संपथ 4163 मत पाकर सबसे आगे थे ।