मोदी सरकार: आर.एस.एस का राजनीतिक अंग

Date: 
Tuesday, September 22, 2015

केंद्र के वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्मेलन में भाग लेकर उनके नेत्रित्व को अपने कार्यों का ब्यौरा देना भारतीय लोकतंत्र का अपमान है. इससे यह बात साफ़ है कि आर.एस.एस दूर से नहीं बल्कि सीधे तौर पर भाजपा सरकार को निर्देशित कर रहा और भाजपा सरकार संघ के राजनैतिक अंग की तरह काम कर रही है.
 
आर.एस.एस. ने यह साफ़ कर दिया है कि वह हिन्दुस्तान को एक हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहता है. उसका यह उदेश्य भारत के लोकतांत्रिक ढाँचे के लिए एक खतरा है.  केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा की गई इस हरकत से संविधान की गरिमा को ठेस पहुँचती है. 
आर.एस.एस एवं उसके अनेक संगठनों द्वारा धर्मनिरपेक्ष राज्य के मूलभूत मन्त्र की रोजाना अवहेलना की जा रही है. संघ के कार्यक्रम में शिरकत करने वाले अनेक सदस्य आए दिन भड़काऊ बयान दे रहे. इन हरकतों पर लगाम लगाने के बजाए प्रधानमंत्री एवं केन्द्र सरकार ऐसी हरकतों को बढ़ावा दे रहे. 
सी.पी.आई(एम) संविधान की अवेहलना की कड़े शब्दों में निंदा करता है.