अब्दुल हमीद की बायोग्राफी के पन्नों से : 1901-1966

अब्दुल हमीद बंगाल में शुरुवाती कम्युनिस्ट गतिविधियों के संगठनकर्ता में से एक थे. वे 6 दिसंबर 1901 को बंगाल के बर्धमान जिले में पैदा हुए थे. उन्होंने 1921 के असहयोग आन्दोलन में हिस्सा लेने के लिए अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया. जेल से रिहा होने के बाद वे कामरेड मुजफ्फर अहमद के संपर्क में आये और वर्कर्स और पीजेंट पार्टी में शामिल हो गए. मेरठ षड्यंत्र केस में मुजफ्फर अहमद के जेल में जाने के बाद उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के संगठन को संभाला, इस घटना ने सी.पी.आई. की केन्द्रीय समिति को 1933-34 में दोबारा से संगठित होने में मदद की. इन्होने गणशक्ति पब्लिशिंग हाउस की स्थापना में काफी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की. वे कईं बार जेल गए. वे 1952 से लेकर 29 अप्रैल 1966 तक अन्तिम सांस लेने तक बंगाल विधान परिषद् के सदस्य रहे.